Contents
- 1 Lakshadweep Capital (लक्षद्वीप के बारे में बताएं)
- 1.1 Lakshadweep Capital
- 1.1.0.1 भारत में संघ राज्यक्षेत्र लक्षद्वीप की राजधानी करवट्टी है जोकि केरल राज्य के तट के 360 किलोमीटर में 10.57 डिग्री नं 72.64 डिग्री ई में स्थित है। भारत के मुख्य भूमि पर स्थित प्रमुख शहर 404 किमी (218NMI) की दूरी पर है जिसमें 3.46 वर्ग मील का लैगून क्षेत्र है।
- 1.1.0.2 जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने स्मार्टसिटी मिशन के तहत विकसित और भव्य रूप देने के लिए सौ शहरों में शामिल किया है।
- 1.1.0.3 यहां की अधिकतम लंबाई 5.8 किमी है और चौड़ाई 1.6 किमी है यहां तापमान लगभग 32°C (Max.) to 28°C (Min.) रहता है और नमी 70-75% होती है लक्षद्वीप में सबसे ज्यादा वर्षा 24 घंटे में 241.8 मिमी। रिकार्ड किया गया है।
- 1.1.0.4 लक्षद्वीप को पहले मिनिकाय तथा अमिनदीवी द्वीप समूह के नाम से प्रख्यात था लेकीन 1973 में इस द्वीप समूह का नाम एक अधिनियम के तहत बदल दिया गया था। लक्षद्वीप को आज पुरी दुनिया में प्रमोट किया जा रहा है और देश दुनिया से बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं लोगों के भीड़ उमड़ने के बाद भी यहां पर शांति और आनंद में कोई कमी नहीं है। आप यहां सेपरेट पर्सनल बीच भी ले सकते हैं आइए जानते हैं कि बहुत कम बजट में ही Lakshadweep Capital में मालदीव से भी ज्यादा एंजॉय कैसे कर सकते हैं?
- 1.1 Lakshadweep Capital
- 2 Lakshadweep कैसे जा सकते हैं?
- 3 Lakshadweep परमिट कैसे लें?
- 4 लक्षद्वीप में रहने और खाने की व्यवस्था?
- 5 लक्षद्वीप में इन जगहों में जाएं घूमने
- 6 लक्षद्वीप टूर पैकेज, लक्षद्वीप जाने का खर्चा
- 7 ट्रेंड में पूंछे जा रहे महत्त्वपूर्ण सवालों के उत्तर
- 8 लक्षद्वीप का इतिहास?
- 8.0.0.1 लक्षद्वीप 1854 में ईस्ट इंडिया कंपनी के अधीन था बाद में ब्रिटिश शासन ने सभी द्वीपों को अपने कब्जे में ले लिया था लेकिन साल 1947 जब भारत स्वतंत्र हुआ उसके बाद सभी द्वीपों की संप्रभुता भारत को हस्तांतरित कर दी गई। 1956 में इसे भारत के केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया गया 1973 में में इसका नाम लक्षद्वीप रखा गया।
- 8.0.0.2 इस लेख को आपके भाई मनीष पांडेय द्वारा लिखा गया है उम्मीद है आपको पसंद आया होगा कमेंट बॉक्स में हमारी कमी और अपना कीमती सुझाव जरुर लिखें साथ ही इस लेख को आगे शेयर करना न भूलें धन्यवाद।
Lashadweep Capital पिछले कई सालों में काफी तेजी आगे बढ़ रहा है। और जब हम भारत में किसी अच्छी जगह घूमने का प्लान बना रहे हों तो खूबसूरत पर्यटन में सुमार लक्षद्वीप का नाम भी जरूर सामने आता है और ऐसे में इस समय अगर कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं तो लक्षद्वीप की खूबसूरती पर एक नजर जरूर डाले आइए जानते हैं इस समय Lakshadweep Capital, लक्षद्वीप के बारे में बताएं? लक्षद्वीप किस सागर में स्थित है? जैसे कई सवाल अचानक क्यों हो रहे ट्रेंड? इसके साथ पर्यटन में मदद आपको मदद मिले। इसके लिए लक्षद्वीप टूर पैकेज लक्षद्वीप जाने का खर्चा, लक्षद्वीप का रहन-सहन, लक्षद्वीप की भाषा, लक्षद्वीप का इतिहास, लक्षद्वीप का मुख्यमंत्री कौन है, भारत के नक्शे में लक्षद्वीप कहां है, लक्षद्वीप की संस्कृति, लक्षद्वीप का पहनावा, लक्षद्वीप में कितने द्वीप है इसी तरह से पूंछे जा रहे कई अहम सवालों के जवाब इस लेख में साझा किए जा रहे हैं।
Lakshadweep Capital (लक्षद्वीप के बारे में बताएं)
Lakshadweep Capital
भारत में संघ राज्यक्षेत्र लक्षद्वीप की राजधानी करवट्टी है जोकि केरल राज्य के तट के 360 किलोमीटर में 10.57 डिग्री नं 72.64 डिग्री ई में स्थित है। भारत के मुख्य भूमि पर स्थित प्रमुख शहर 404 किमी (218NMI) की दूरी पर है जिसमें 3.46 वर्ग मील का लैगून क्षेत्र है।
जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने स्मार्टसिटी मिशन के तहत विकसित और भव्य रूप देने के लिए सौ शहरों में शामिल किया है।
यहां की अधिकतम लंबाई 5.8 किमी है और चौड़ाई 1.6 किमी है यहां तापमान लगभग 32°C (Max.) to 28°C (Min.) रहता है और नमी 70-75% होती है लक्षद्वीप में सबसे ज्यादा वर्षा 24 घंटे में 241.8 मिमी। रिकार्ड किया गया है।
लक्षद्वीप को पहले मिनिकाय तथा अमिनदीवी द्वीप समूह के नाम से प्रख्यात था लेकीन 1973 में इस द्वीप समूह का नाम एक अधिनियम के तहत बदल दिया गया था। लक्षद्वीप को आज पुरी दुनिया में प्रमोट किया जा रहा है और देश दुनिया से बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं लोगों के भीड़ उमड़ने के बाद भी यहां पर शांति और आनंद में कोई कमी नहीं है। आप यहां सेपरेट पर्सनल बीच भी ले सकते हैं आइए जानते हैं कि बहुत कम बजट में ही Lakshadweep Capital में मालदीव से भी ज्यादा एंजॉय कैसे कर सकते हैं?
Lakshadweep कैसे जा सकते हैं?
Lakshadweep जाने के लिए आपको अपने शहर से केरल के कोच्चि पहुंचना होगा यहां से आप लग्जरी क्रूज 500- 8000 भारतीय रूपए में शानदार सफर तय कर सकते हैं तथा आप मुंबई से भी क्रूज या हवाई सफर कर सकते हैं लक्षद्वीप का क्रूज सफर लगभग 14 से 15 घंटे के बीच का होता तथा हवाई जहाज से बस 1 से 2 घंटे के अंदर अगाती एयरपोर्ट पहुंचा जा सकता है। यदि आप फ्लाइट की यात्रा करना चाहते है तो टिकट की बुकिंग पहले से करके रखें इससे आपको फ्लाइट टिकट कम बजट ही मिल जाता है। पर Lakshadweep Capital में विजिट करने के लिए परमिट लेना होता है l चलिए जानते है कैसी मिलेगी लक्षद्वीप परमिट।
Lakshadweep परमिट कैसे लें?
Lakshadweep Capital भारत के खूबसूरत पर्यटन स्थलों में एक है। लक्षद्वीप एक यूनियन टेरेट्री है इसलिए यहां घूमने के लिए आपको परमिशन की जरूरत होती है जिसे आप बहुत आसानी से केरला के कोच्चि में बने लक्षद्वीप ऑफिस से या ऑनलाइन वेबसाईट के थ्रू भी ले सकते हैं ऑनलाइन परमिट के लिए आपको इस लिंक पर Lakshadweep Tour Permit Link क्लिक करके परमिट लेना होगा। वैसे यदि आप लक्षद्वीप किसी पैकेज बुकिंग पर जा रहे है तो ये परमिट आपको एजेंट द्वारा ही मिल जायेगा। Lakshadweep Tour Permit Link
लक्षद्वीप में रहने और खाने की व्यवस्था?
Lakshadweep Capital में आपको रहने के लिए कई होटल्स 8 हजार या इससे कम बजट में मिल जाएंगे और 5 सितारा, 7 सितारा जैसे लग्जरी होटल्स भी मिल जायेंगे। खाने की बात करें तो यहां पर आपको बेज/नॉनबेज दोनों टाइप की बेहतरीन रेसिपी 1 हजार के लगभग मिल जाएगी जोकि मालदीव के मुकाबले बहुत कम है।
लक्षद्वीप में इन जगहों में जाएं घूमने
Lakshadweep Capital में घूमने के लिए एक से एक बेहतरी आईलैंड हैं यहां पर आप मिनिकॉय आईलैंड, कल्पेनी आईलैंड, कदमत आईलैंड, तथा कवरत्ती आईलैंड जा सकते हैं। जहां पर स्कूबा डाइविंग जैसी कई एक्टिविटी का मजा लिया जा सकता है।
लक्षद्वीप टूर पैकेज, लक्षद्वीप जाने का खर्चा
लक्षद्वीप टूर पैकेज में ही जाना बेस्ट होता है पैकेज में टूर करने पर आपको टिकेट बुकिंग होटल, खाने पीने तथा घूमने के लिए फैसिलिटी के हिसाब से काफी सस्ते ऑफर मिल जाते है। वैसे भी लक्षद्वीप टूर मालदीव से काफी सस्ता और बेहतरीन है।
ट्रेंड में पूंछे जा रहे महत्त्वपूर्ण सवालों के उत्तर
लक्षद्वीप किस सागर में स्थित है?
लक्षद्वीप केरल के तटीय शहर कोच्चि से 240-440 किमी दूर पन्ना अरब सागर में स्थित है
लक्षद्वीप का रहन-सहन?
Lakshadweep Capital के निवासीयों की दिनचर्या में नारियल की खेती तथा मछली पकड़ने जैसे काम होते हैं।
लक्षद्वीप की भाषा क्या है?
Lakshadweep Capital में अलग द्वीपों पर अलग मिलती जुलती जैसे मलायम, माही या माह्ल भाषा बोली जाती है।
लक्षद्वीप का पहनावा क्या है?
लक्षद्वीप में सामान्यतः महिलाओं की वेशभूषा काछी है जोकि कपड़े का आयताकार टुकड़ा होता है काचियां रेशम के कपड़े से बनी होती है तथा लक्षद्वीप की महिलाएं एक ‘मोद्रक’, यानी एक अंगुली में अंगूठी पहनी हुई दिख जाएंगी।
लक्षद्वीप में कितने द्वीप है?
लक्षद्वीप 36 देशों का समूह है जोकि अपने सौंदर्य व हरे भरे होने की वजह से देश विदेश के लोगों को आकर्षित करता है।
भारत के नक्शे में लक्षद्वीप कहां है?
लक्षद्वीप उत्तर दिशा में 8 अंश तथा 12.3 अक्षांश पर स्थित है और पूर्व में 71 अंश और 74 अंश देशांतर पर केरल तट से लगभग 220 से 440 किमी दूर स्थित है
विशेषता | विवरण |
---|---|
जनसंख्या (2011) | 75 |
घनत्व (प्रति वर्ग किमी) | 2396 |
द्वारा प्रवेश | वायु और समुद्र भारत से, दक्षिण-पश्चिम तट |
स्थान | 100 32 ‘और 100 35’ एन अक्षांश और 720 35 ‘और 720 40’ ई देशांत र के बीच |
मालाबार तट से दूरी | कोची से 404 किमी (218 समुद्री मील) |
कुल भौगोलिक क्षेत्र | 4.22 Sq.km |
अधिकतम लंबाई | 5.8 Km |
चौड़ाई | 1.6 K |
तापमान | 32°C (Max.) to 28°C (Min.) |
नमी | 70-75% |
सबसे ज्यादा वर्षा | 24 घंटे में 241.8 मिमी। रिकार्ड |
साक्षरता दर | 88.29 |
लक्षद्वीप का इतिहास?
लक्षद्वीप 1854 में ईस्ट इंडिया कंपनी के अधीन था बाद में ब्रिटिश शासन ने सभी द्वीपों को अपने कब्जे में ले लिया था लेकिन साल 1947 जब भारत स्वतंत्र हुआ उसके बाद सभी द्वीपों की संप्रभुता भारत को हस्तांतरित कर दी गई। 1956 में इसे भारत के केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया गया 1973 में में इसका नाम लक्षद्वीप रखा गया।
इस लेख को आपके भाई मनीष पांडेय द्वारा लिखा गया है उम्मीद है आपको पसंद आया होगा कमेंट बॉक्स में हमारी कमी और अपना कीमती सुझाव जरुर लिखें साथ ही इस लेख को आगे शेयर करना न भूलें धन्यवाद।
मेरा नाम मनीष पांडेय है मैने Trendia Times न्यूज वेबसाईट को बनाया है। मै भारत (उत्तर प्रदेश) का निवासी हूं। इस लेख को आपके भाई मनीष पांडेय द्वारा लिखा गया है उम्मीद है। इस लेख में साझा की जानकारी आपको पसंद आई होगी। कमेंट बॉक्स हमारी कमी और अपना कीमती सुझाव जरुर लिखें साथ इस लेख को आगे शेयर करना न भूलें इस लेख को अंत तक पढ़ने के लिए दिल से आभार।